जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही ह May 12, 2020 1