।। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।।
जहां नारी का आदर-सम्मान होता है, उनकी आवश्यकताओं, अपेक्षाओं की पूर्ति होती है, उस स्थान, समाज, तथा परिवार पर देवतागण सदैव प्रसन्न रहते हैं...!
મહ
।। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।। जहां नारी का आदर-सम्मान होता है, उनकी आवश्यकताओं, अपेक्षाओं की पूर्ति होती है, उस स्थान, समाज, तथा परिवार पर देवतागण सदैव प्रसन्न रहते हैं...! મહ
Mar 08, 2022