बाधाएँ आती हैं आएँ
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा
क़दम मिलाकर चलना होगा
My homage to our towering statesman & Bharat Ratna Sh Atal Bihari Vajpayee ji on
बाधाएँ आती हैं आएँ घिरें प्रलय की घोर घटाएँ पावों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ, निज हाथों में हँसते-हँसते, आग लगाकर जलना होगा क़दम मिलाकर चलना होगा My homage to our towering statesman & Bharat Ratna Sh Atal Bihari Vajpayee ji on
Dec 25, 2020